अशी सखी सहचरी प्रणयिनी
अशी सखी सहचरी प्रणयिनी । शिवसुंदर मोहिनी
वरिन मी तीच जन्मयोगिनी
वीज कडाडे नयनी एका
दिठीत दुसर्या शरदचंद्रिका
सूर जिचे मज जाळित जाती आणि फुले कमलिनी
वरिन मी तीच जन्मयोगिनी
वीज कडाडे नयनी एका
दिठीत दुसर्या शरदचंद्रिका
सूर जिचे मज जाळित जाती आणि फुले कमलिनी
गीत | - | वसंत कानेटकर |
संगीत | - | पं. जितेंद्र अभिषेकी |
स्वर | - | रामदास कामत |
नाटक | - | मीरा.....मधुरा ! |
राग | - | संपूर्ण मालकंस |
गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |
कमळिणी | - | कमलिनी. कमळण. कमळाची वेल. |
चंद्रिका | - | चांदणे. |
दिठी | - | दृष्टी. |
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