A Non-Profit Non-Commercial Public Service Initiative by Alka Vibhas   
गुन-सागर गंभीर

गुन-सागर गंभीर दयामय
श्री गुरुदेव महान्‌ !

सूर-ताल-लय-तान-गान के
किमयागार सुजान्‌ !

अनुशासन-पालन में मन जो
उनका शैल-समान्‌ !

वही भरा है प्रेमभाव सें
कोमल फूल-समान्‌ !
शैल - डोंगर, पर्वत.

Please consider the environment before printing.
कागद वाचवा.
कृपया पर्यावरणाचा विचार करा.