बरस रे घना
बरस रे घना
तूच आज शमवी तृषीत माझिया मना
पवन अति दाहक हा
छळी मजला तूच पहा
रात्र रात्र लोचनांत नीज येईना
चिंब चिंब भिजव मला
झुलवीत तारुण्य झुला
तुजवाचून जाणी कोण सर्व वेदना
तूच आज शमवी तृषीत माझिया मना
पवन अति दाहक हा
छळी मजला तूच पहा
रात्र रात्र लोचनांत नीज येईना
चिंब चिंब भिजव मला
झुलवीत तारुण्य झुला
तुजवाचून जाणी कोण सर्व वेदना
गीत | - | राम मोरे |
संगीत | - | दशरथ पुजारी |
स्वर | - | उषा मंगेशकर |
गीत प्रकार | - | ऋतू बरवा, भावगीत |
तृषा | - | तहान. |