नंदनवन फुललें
नंदनवन फुललें, पाहिलें । त्यांत रमलें, कुठें लोपलें ॥
विरहज्वाला । पेटल्या या । दाह करिती, जणुं दैव कोपलें ॥
विरहज्वाला । पेटल्या या । दाह करिती, जणुं दैव कोपलें ॥
| गीत | - | वसंत शांताराम देसाई |
| संगीत | - | मास्टर कृष्णराव, विनायकबुवा पटवर्धन |
| स्वर | - | विठ्ठलराव गुरव |
| नाटक | - | विधिलिखित |
| राग / आधार राग | - | सोहनी |
| ताल | - | त्रिवट |
| चाल | - | जोबन मदभर |
| गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |
Please consider the environment before printing.
कागद वाचवा.
कृपया पर्यावरणाचा विचार करा.












विठ्ठलराव गुरव