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तुमबिन मेरी कोन खबर

तुमबिन मेरी कोन खबर ले । गोवर्धन गिरिधारी रे
मोरमुकुट पीताम्बर शोभे । कुंडल की गत न्यारी रे

खडी सभा मो द्रौपदी ठाडी । राखो लाज हमारी
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर । चरणकमल बलहारी रे
गीत - संत मीराबाई
संगीत - मास्टर कृष्णराव
स्वर- बालगंधर्व
नाटक - अमृतसिद्धी
राग - पिलू
ताल-कव्वाली, भजन
गीत प्रकार - नाट्यसंगीत, हे श्यामसुंदर

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