वैरि मारयाला
वैरि मारयाला, ही गोशाला ॥
प्रमुदित माता, रिपुबल नमवितां ।
करि मृदुल दूध अरि-वध, सबल अबला ॥
प्रमुदित माता, रिपुबल नमवितां ।
करि मृदुल दूध अरि-वध, सबल अबला ॥
| गीत | - | कृ. प्र. खाडिलकर |
| संगीत | - | भास्करबुवा बखले |
| स्वराविष्कार | - | ∙ बालगंधर्व ∙ आशा खाडिलकर ( गायकांची नावे कुठल्याही विशिष्ट क्रमाने दिलेली नाहीत. ) |
| नाटक | - | स्वयंवर |
| राग / आधार राग | - | मालकंस |
| ताल | - | त्रिताल |
| चाल | - | कृष्णमाधो राम |
| गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |
| अरि | - | शत्रु. |
| प्रमोद | - | आनंद. |
| रिपु | - | शत्रु. |
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बालगंधर्व