वाटे सर्वथा मुक्त झालों
वाटे सर्वथा मुक्त झालों ॥
रुक्मिणीनें मला मंत्र जो कथियला ।
जुळुनियां होइलचि सफल तो चांगला ।
काय फसवील ती या नराला ॥
रुक्मिणीनें मला मंत्र जो कथियला ।
जुळुनियां होइलचि सफल तो चांगला ।
काय फसवील ती या नराला ॥
गीत | - | अण्णासाहेब किर्लोस्कर |
संगीत | - | अण्णासाहेब किर्लोस्कर |
स्वर | - | |
नाटक | - | संगीत सौभद्र |
राग | - | केदार |
ताल | - | झंपा |
गीत प्रकार | - | नमन नटवरा |