या मीलनी रात्र ही रंगली
या मीलनी रात्र ही रंगली
तू दर्पणी पाकळी चुंबिली
टिपले ओठ मी, आली ही नशा
चल ये पांखरा, निजल्या या दिशा
तू-मी जागे दुनिया झोपली
हळवे पाश हे, विळखा रेशमी
झरले चांदणे भिजले चिंब मी
फुलली गात्री प्रतिमा लाजली
विझली आग ही, विझला हा दिवा
अजुनी प्रियतमा जवळी तू हवा
हलके हलके सुषमा जागली
तू दर्पणी पाकळी चुंबिली
टिपले ओठ मी, आली ही नशा
चल ये पांखरा, निजल्या या दिशा
तू-मी जागे दुनिया झोपली
हळवे पाश हे, विळखा रेशमी
झरले चांदणे भिजले चिंब मी
फुलली गात्री प्रतिमा लाजली
विझली आग ही, विझला हा दिवा
अजुनी प्रियतमा जवळी तू हवा
हलके हलके सुषमा जागली
गीत | - | जगदीश खेबूडकर |
संगीत | - | सुधीर फडके |
स्वर | - | आशा भोसले, सुधीर फडके |
चित्रपट | - | जावई विकत घेणे आहे |
गीत प्रकार | - | चित्रगीत, युगुलगीत, शब्दशारदेचे चांदणे |
गात्र | - | शरीराचा अवयव. |
सुषमा | - | मोठी शोभा. |