आज सुगंध आला लहरत
आज सुगंध आला लहरत !
जेवी उपवनी माधवी
मी तेवी धुंद
मधुमासातिल सुख नवे तैसा
हा वाहे आनंद माझा
जेवी उपवनी माधवी
मी तेवी धुंद
मधुमासातिल सुख नवे तैसा
हा वाहे आनंद माझा
| गीत | - | शान्ता शेळके |
| संगीत | - | पं. जितेंद्र अभिषेकी |
| स्वर | - | पं. वसंतराव देशपांडे |
| नाटक | - | हे बंध रेशमाचे |
| गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |
| उपवन | - | बाग, उद्यान. |
| जेवी | - | जसा, ज्याप्रमाणे. |
| तेवि | - | त्याप्रमाणे, तसे. |
| माधवी (माध्वी) | - | वसंत ऋतू / मधापासून केलेले मद्य. |
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पं. वसंतराव देशपांडे