आवाज मुरलीचा आला
आवाज मुरलीचा आला
हा बासरीवाला आला
आलापित गोड सूराला
मोहरुनि मनी लता विकसली
स्वरसुमने किती ती वरी फुलली
कशि भ्रांत पडे भ्रमराला
जळवंतीची मंजुळ गाणी
नादिति या खळखळातुनि
कशी येई लहर यमुनेला
नादब्रह्मी त्या भान हरपता
जीवाशिवाची एकरूपता
मग अंत न पार सुखाला
हा बासरीवाला आला
आलापित गोड सूराला
मोहरुनि मनी लता विकसली
स्वरसुमने किती ती वरी फुलली
कशि भ्रांत पडे भ्रमराला
जळवंतीची मंजुळ गाणी
नादिति या खळखळातुनि
कशी येई लहर यमुनेला
नादब्रह्मी त्या भान हरपता
जीवाशिवाची एकरूपता
मग अंत न पार सुखाला
गीत | - | कवी संजीव |
संगीत | - | डी. यू. कुलकर्णी |
स्वर | - | माणिक वर्मा |
गीत प्रकार | - | हे श्यामसुंदर, भावगीत |
सुमन | - | फूल. |