बोल ग मैने बोल
बोल ग मैने, बोल
फांदी फांदी आज लहडली, वासंतिक हिंदोल
तुझा लाडका राजस रावा
तुज सौख्याच्या आणी गावा
हिरव्या पानी नवखे घरकुल हलके घेई डोल
नयन तेच पण नवीन दृष्टी
पंख तेच पण नवीन सृष्टी
तोच गळा पण आज नव्याने साद आपुला खोल
छेड स्वरांचा मंजूळ पावा
भार सुखाने नवखा रावा
प्रीतीसंगे आज साजणी दुनिया अवघी तोल
फांदी फांदी आज लहडली, वासंतिक हिंदोल
तुझा लाडका राजस रावा
तुज सौख्याच्या आणी गावा
हिरव्या पानी नवखे घरकुल हलके घेई डोल
नयन तेच पण नवीन दृष्टी
पंख तेच पण नवीन सृष्टी
तोच गळा पण आज नव्याने साद आपुला खोल
छेड स्वरांचा मंजूळ पावा
भार सुखाने नवखा रावा
प्रीतीसंगे आज साजणी दुनिया अवघी तोल
गीत | - | ग. दि. माडगूळकर |
संगीत | - | पं. हृदयनाथ मंगेशकर |
स्वर | - | लता मंगेशकर |
चित्रपट | - | आकाशगंगा |
गीत प्रकार | - | चित्रगीत |
पावा | - | बासरी, वेणु. |
रावा | - | पोपट. |
हिंदोल (हिंडोल) | - | झुला, झोका. |
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