दान करी रे गुरुधन
दान करी रे गुरुधन अति पावन ।
श्रेयभाग जाण हा कुठुनि तुजसी लाभला ॥
देत हात तोच घेत । सांगतसे तानसेन ।
जात न शिव विलयाला ॥
श्रेयभाग जाण हा कुठुनि तुजसी लाभला ॥
देत हात तोच घेत । सांगतसे तानसेन ।
जात न शिव विलयाला ॥
| गीत | - | कुसुमाग्रज |
| संगीत | - | पं. भीमसेन जोशी |
| स्वर | - | रामदास कामत |
| नाटक | - | धन्य ते गायनी कळा |
| राग / आधार राग | - | बागेश्री |
| ताल | - | एकताल |
| गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |
| श्रेय | - | पुण्य / कल्याण. |
| शिव | - | मंगल, कल्याणकारी. |
Please consider the environment before printing.
कागद वाचवा.
कृपया पर्यावरणाचा विचार करा.












रामदास कामत