दिसत न कशी ममता
दिसत न कशी ममता? कवि पिता हो माता ॥
दु:खित जगासि दयार्द्र लोचन कविजन ।
विकसवि आतां नयना ॥
दु:खित जगासि दयार्द्र लोचन कविजन ।
विकसवि आतां नयना ॥
| गीत | - | कृ. प्र. खाडिलकर |
| संगीत | - | गंधर्व नाटक मंडळी, हिराबाई बडोदेकर |
| स्वर | - | हिराबाई बडोदेकर |
| नाटक | - | विद्याहरण |
| राग / आधार राग | - | भीमपलास |
| ताल | - | त्रिवट |
| चाल | - | तुमसन लागी रटना |
| गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |
Please consider the environment before printing.
कागद वाचवा.
कृपया पर्यावरणाचा विचार करा.












हिराबाई बडोदेकर