गर्गगुरुतें घेतलें वश
गर्गगुरुतें घेतलें वश करोनी ।
अखेरीची ठरविली तिथी त्यांनीं ॥
बरें झालें कीं दिवस पुढें नाहीं ।
चार मासांची मिळे अवधि पाहीं ॥
अखेरीची ठरविली तिथी त्यांनीं ॥
बरें झालें कीं दिवस पुढें नाहीं ।
चार मासांची मिळे अवधि पाहीं ॥
गीत | - | अण्णासाहेब किर्लोस्कर |
संगीत | - | अण्णासाहेब किर्लोस्कर |
स्वर | - | |
नाटक | - | संगीत सौभद्र |
गीत प्रकार | - | नमन नटवरा |