घडी घडी घडी चरण तुझे
घडी घडी घडी चरण तुझे आठवती रामा
आसनी शयनी भोजनी गमनी, छंद तुझा अम्हां
दृष्या तीच, पूर्णब्रह्म, नित्य निर्विकारा
अंबुजदल, नयना, मुनि मानस विहारा
सर्वसाक्षी सर्वोत्तम, सर्व गुरुरूपा
प्रेमचित्ता, सौख्यसिंधू, दशरथकुलदीपा
मास दास भ्रात नाथ, तूच एक पाही
केशव ह्मणे, करी कृपा शरण तुझ्या पायी
आसनी शयनी भोजनी गमनी, छंद तुझा अम्हां
दृष्या तीच, पूर्णब्रह्म, नित्य निर्विकारा
अंबुजदल, नयना, मुनि मानस विहारा
सर्वसाक्षी सर्वोत्तम, सर्व गुरुरूपा
प्रेमचित्ता, सौख्यसिंधू, दशरथकुलदीपा
मास दास भ्रात नाथ, तूच एक पाही
केशव ह्मणे, करी कृपा शरण तुझ्या पायी
गीत | - | पारंपारिक |
संगीत | - | राम फाटक |
स्वर | - | माणिक वर्मा |
गीत प्रकार | - | राम निरंजन , भक्तीगीत |
मानस | - | मन / चित्त. |