हासे चंद्रिका
हासे चंद्रिका,
नीलजलीं डोले नौका
जलवंतीची तरंगलीला
प्रतिबिंबाचा खेळ रंगला
प्रेमी युगुलांचा हिंदोला
झुलविति या झुळुका
ओठांतुनि निखळलें चांदणे
उलतां अधरदलें
प्रीती मानससरांत फुलली
दोन निळी कमळे
भुलवी नाविका
नीलजलीं डोले नौका
जलवंतीची तरंगलीला
प्रतिबिंबाचा खेळ रंगला
प्रेमी युगुलांचा हिंदोला
झुलविति या झुळुका
ओठांतुनि निखळलें चांदणे
उलतां अधरदलें
प्रीती मानससरांत फुलली
दोन निळी कमळे
भुलवी नाविका
गीत | - | राजा बढे |
संगीत | - | स्नेहल भाटकर |
स्वर | - | सुमन माटे |
गीत प्रकार | - | भावगीत, शब्दशारदेचे चांदणे |
उले | - | उलणे / उघडणे / आतल्या जोराने फाटणे. |
सरा | - | झरा. |
हिंदोल (हिंडोल) | - | झुला, झोका. |
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