काय करू मी ते सांगा
काय करू मी ते सांगा तुम्ही पांडुरंगा
जगा आकळेना कोडे, तुम्हां घालितो साकडे
आग मना अवघ्या अंगा, उभा पेटलो श्रीरंगा
बाप गेला आई मेली, लोचने ना पाणावली
विवेकासी नाही जागा, आज भ्यायलो प्रसंगा
शिष्य मागतो समाधी, पुत्र मरे बापा आधी
काय म्हणावे या भोगा, उलट वाहू पाहे गंगा
जगा आकळेना कोडे, तुम्हां घालितो साकडे
आग मना अवघ्या अंगा, उभा पेटलो श्रीरंगा
बाप गेला आई मेली, लोचने ना पाणावली
विवेकासी नाही जागा, आज भ्यायलो प्रसंगा
शिष्य मागतो समाधी, पुत्र मरे बापा आधी
काय म्हणावे या भोगा, उलट वाहू पाहे गंगा
गीत | - | ग. दि. माडगूळकर |
संगीत | - | सी. रामचंद्र |
स्वर | - | महेंद्र कपूर |
चित्रपट | - | श्री संत निवृत्ति-ज्ञानदेव |
गीत प्रकार | - | चित्रगीत, विठ्ठल विठ्ठल |
आगळा | - | अग्रेसर / श्रेष्ठ / जास्त / अधिक / वैशिष्ट्यपूर्ण. |
साकडे | - | संकट / कोडे. |
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