लखलखले आभाळ निळे
लखलखले आभाळ निळे
रोहिणीला चंद्र मिळे
दोन जिवांची दुनिया आपुली
तरूतळी या हृदयाजवळी
छेडित वीणा युगे चालली
सूर जुळले, तेज उसळे
तुझी प्रकाशा मी पडछाया
चालत मागुन सदैव राया
माय प्रीतिची हसरी माया
अमृत काया, भाग्य उजळे
रोहिणीला चंद्र मिळे
दोन जिवांची दुनिया आपुली
तरूतळी या हृदयाजवळी
छेडित वीणा युगे चालली
सूर जुळले, तेज उसळे
तुझी प्रकाशा मी पडछाया
चालत मागुन सदैव राया
माय प्रीतिची हसरी माया
अमृत काया, भाग्य उजळे
गीत | - | पी. सावळाराम |
संगीत | - | वसंत प्रभु |
स्वर | - | लता मंगेशकर |
चित्रपट | - | मायेचा पाझर |
गीत प्रकार | - | चित्रगीत |