ललना दिसे सुप्रभाती
ललना दिसे सुप्रभाती । नयना तुझ्या दर्शनांती ।
अलकांचिया पाशा धरिता । मृदू त्या हातीं ॥
हसतमुखी सन्मुख राही । लाजुनी वाट पाही ॥
अलकांचिया पाशा धरिता । मृदू त्या हातीं ॥
हसतमुखी सन्मुख राही । लाजुनी वाट पाही ॥
गीत | - | ना. सी. फडके |
संगीत | - | केशवराव भोळे, हिराबाई बडोदेकर, सुरेशबाबू माने, सवाई गंधर्व |
स्वर | - | सुरेशबाबू माने |
नाटक | - | युगान्तर |
राग | - | काफी |
ताल | - | एकताल |
गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |