नमुनि ईशचरणा
नमुनि ईशचरणा ।
करिन मग गजाननाच्या पादस्मरणा ॥
सुकविरत्नमाला । अतिशोभा दे यदीय सुंदर वक्षाला ।
जिच्यामध्यें महामणी प्रकाश पाडित सुवर्णपदकीं बसोनियां कालिदास राणा ॥
करिन मग गजाननाच्या पादस्मरणा ॥
सुकविरत्नमाला । अतिशोभा दे यदीय सुंदर वक्षाला ।
जिच्यामध्यें महामणी प्रकाश पाडित सुवर्णपदकीं बसोनियां कालिदास राणा ॥
| गीत | - | अण्णासाहेब किर्लोस्कर |
| संगीत | - | अण्णासाहेब किर्लोस्कर |
| स्वर | - | स्वर कोणाचा(चे) माहित असल्यास संपर्क करा. |
| नाटक | - | सौभद्र |
| राग / आधार राग | - | भूप |
| ताल | - | त्रिताल |
| गीत प्रकार | - | प्रथम तुला वंदितो, नाट्यसंगीत, नांदी |
| यदीय | - | ज्याचें. |
| सुकविरत्नमाला | - | सु-कवि-रत्नमाला. |
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