नरवर कृष्णासमान
          नरवर कृष्णासमान घेतसे जन्मा, भाग्य उदेलें हें, शिकवी सुकर्मा ॥
बहुत नृपति ते आले गेले, परि मनाला यदुवर झाला मंत्र महान ॥
          बहुत नृपति ते आले गेले, परि मनाला यदुवर झाला मंत्र महान ॥
| गीत | - | कृ. प्र. खाडिलकर | 
| संगीत | - | भास्करबुवा बखले | 
| स्वराविष्कार | - | ∙ बालगंधर्व ∙ आशा खाडिलकर ∙ मालिनी राजूरकर ( गायकांची नावे कुठल्याही विशिष्ट क्रमाने दिलेली नाहीत. )  | 
              
| नाटक | - | स्वयंवर | 
| राग / आधार राग | - | पहाडी | 
| ताल | - | कवाली | 
| चाल | - | चल गये | 
| गीत प्रकार | - | हे श्यामसुंदर, नाट्यसंगीत | 
| नृप, नृपति, नृपाळ(ल) | - | राजा. | 
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 बालगंधर्व