नारायण नारायण नाम तुझे
नारायण ! नारायण ! नाम तुझे अति पावन ॥
कमलापती कमल नयन भयहारण-भवतारण ॥
तू धरणी, तूच गगन, तूच आप-तेज-पवन ॥
तू स्थिति-लय, रजनी-दिन, तूच कार्य तू कारण ॥
कमलापती कमल नयन भयहारण-भवतारण ॥
तू धरणी, तूच गगन, तूच आप-तेज-पवन ॥
तू स्थिति-लय, रजनी-दिन, तूच कार्य तू कारण ॥
गीत | - | विद्याधर गोखले |
संगीत | - | छोटा गंधर्व |
स्वर | - | छोटा गंधर्व |
नाटक | - | सुवर्णतुला |
गीत प्रकार | - | भक्तीगीत, नमन नटवरा |