नारायणा रमा रमणा
नारायणा, रमा-रमणा
मधुसूदना, मनमोहना, करुणाघना
धांव अतां श्रीहरी झडकरी बलसागर गोविंदा
तुझिया चरणी सादर वंदन करितो परमानंदा
दे प्रसादा, व्यंकटेशा ! जगताच्या आनंदा
मधुसूदना, मनमोहना, करुणाघना
धांव अतां श्रीहरी झडकरी बलसागर गोविंदा
तुझिया चरणी सादर वंदन करितो परमानंदा
दे प्रसादा, व्यंकटेशा ! जगताच्या आनंदा
| गीत | - | विद्याधर गोखले |
| संगीत | - | वसंत देसाई |
| स्वराविष्कार | - | ∙ प्रसाद सावकार ∙ प्रकाश घांग्रेकर ( गायकांची नावे कुठल्याही विशिष्ट क्रमाने दिलेली नाहीत. ) |
| नाटक | - | जय जय गौरी-शंकर |
| राग / आधार राग | - | नटभैरव |
| गीत प्रकार | - | हे श्यामसुंदर, नाट्यसंगीत |
| रमण | - | पती. |
| रमा | - | लक्ष्मी. |
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प्रसाद सावकार