पाहते तुझीच वाट
पाहते तुझीच वाट, नाही आज चांदरात
मिणमिणते घन तमात, काजळली सांजवात
कोटरात बिलगली
पाखरे विसावली
पेंगुळली लोचने अश्रुहार गुंफितात
सुकली रे पुष्पशेज
सरला शृंगारसाज
मूक राहिली सतार, विरले ओठांत गीत
मिणमिणते घन तमात, काजळली सांजवात
कोटरात बिलगली
पाखरे विसावली
पेंगुळली लोचने अश्रुहार गुंफितात
सुकली रे पुष्पशेज
सरला शृंगारसाज
मूक राहिली सतार, विरले ओठांत गीत
गीत | - | आशा गाडगीळ |
संगीत | - | सुधीर फडके |
स्वर | - | माणिक वर्मा |
गीत प्रकार | - | भावगीत |
कोटर | - | झाडातली ढोली. |
तम | - | अंधकार. |
शेज | - | अंथरूण. |