पतिदेवता गुरुदेवता
पतिदेवता गुरुदेवता । जणुं देत माते आशीर्वचा ॥
तनया सदा यश सौख्य लाभो । धरि वासना ही राजमाता ॥
तनया सदा यश सौख्य लाभो । धरि वासना ही राजमाता ॥
| गीत | - | वसंत शांताराम देसाई |
| संगीत | - | मास्टर कृष्णराव |
| स्वर | - | पं. राम मराठे |
| नाटक | - | अमृतसिद्धी |
| राग / आधार राग | - | करहरप्रिया |
| ताल | - | त्रिताल |
| चाल | - | पीताम्बरा |
| गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |
| तनय (तनया) | - | पुत्र (कन्या). |
Please consider the environment before printing.
कागद वाचवा.
कृपया पर्यावरणाचा विचार करा.












पं. राम मराठे