पति तो का नावडे
पति तो का नावडे । जो मान्यशा मिळवी यशास ॥
कीर्ती जाया । प्रीति वाही । त्या कोपें का परिहास? ॥
कीर्ती जाया । प्रीति वाही । त्या कोपें का परिहास? ॥
| गीत | - | ना. वि. कुलकर्णी |
| संगीत | - | मास्टर कृष्णराव, विनायकबुवा पटवर्धन |
| स्वर | - | रामदास कामत |
| नाटक | - | संत कान्होपात्रा |
| राग / आधार राग | - | पटदीप |
| ताल | - | त्रिवट |
| चाल | - | करीमा कर्मा कर |
| गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |
| जाया | - | पत्नी. |
| परिहास | - | थट्टा, विनोद. |
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रामदास कामत