प्राचीवरी ये भास्कर
प्राचीवरी ये भास्कर
अंध होई अंधकार
सृष्टीच्या या नाट्यकृतीचा होई सुरू नवा प्रहर
तिमिराचा हा सरे प्रवेश
तारांगणे होती उदास
लपवी मज म्हणे भूपास लज्जित हा सुधाकर
पूर्व दिशा ही नटली-सजली
वसुंधरा ही आतुर झाली
तरुशाखेवर वृक्षवेलींना येई नवा नवा बहर
अंध होई अंधकार
सृष्टीच्या या नाट्यकृतीचा होई सुरू नवा प्रहर
तिमिराचा हा सरे प्रवेश
तारांगणे होती उदास
लपवी मज म्हणे भूपास लज्जित हा सुधाकर
पूर्व दिशा ही नटली-सजली
वसुंधरा ही आतुर झाली
तरुशाखेवर वृक्षवेलींना येई नवा नवा बहर
| गीत | - | |
| संगीत | - | अच्युत ठाकूर |
| स्वराविष्कार | - | ∙ अच्युत ठाकूर ∙ मोना कामत ( गायकांची नावे कुठल्याही विशिष्ट क्रमाने दिलेली नाहीत. ) |
| चित्रपट | - | मर्मबंध |
| गीत प्रकार | - | चित्रगीत, प्रार्थना |
| तरुवर | - | तरू / झाड. |
| प्राची | - | पूर्वदिशा. |
| भूप | - | राजा. |
| भास्कर | - | सूर्य. |
| वसुंधरा (वसुधा, धरा) | - | पृथ्वी. |
| सुधाकर | - | चंद्र. |
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अच्युत ठाकूर