राधिके तूने कैसे
राधिके तूने कैसे जादू किया
तुमबिन मोहन दुखिया भारी
तनिक न माने बात हमारी
प्रेमदाम से कुंजबिहारी
तूने बांध लिया
तुम ही हरि की हो दिलप्यारी
तुम ही उस की हो फुलवारी
बन्सीधर के मधुबन्सी को
तुम ने सूर दिया
तुमबिन मोहन दुखिया भारी
तनिक न माने बात हमारी
प्रेमदाम से कुंजबिहारी
तूने बांध लिया
तुम ही हरि की हो दिलप्यारी
तुम ही उस की हो फुलवारी
बन्सीधर के मधुबन्सी को
तुम ने सूर दिया
गीत | - | विद्याधर गोखले |
संगीत | - | नीळकंठ अभ्यंकर |
स्वर | - | कीर्ती शिलेदार |
नाटक | - | संगीत स्वरसम्राज्ञी |
गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत, हे श्यामसुंदर |
कुंजविहारी | - | कृष्णाचे एक नाव. |