शूरा मीं वंदिलें
शूरा मीं वंदिलें; धारातीर्थी तप ते आचरती; सेनापतियश याचि बलें ॥
शिरकमला समरीं अर्पिती; जनहितपूजन वीरा सुखशांती;
राज्य सुखी या साधुमुळे; वंदिले ॥
शिरकमला समरीं अर्पिती; जनहितपूजन वीरा सुखशांती;
राज्य सुखी या साधुमुळे; वंदिले ॥
| गीत | - | कृ. प्र. खाडिलकर |
| संगीत | - | गोविंदराव टेंबे |
| स्वराविष्कार | - | ∙ मास्टर दीनानाथ ∙ छोटा गंधर्व ∙ आशा भोसले ∙ अजितकुमार कडकडे ∙ सुरेश वाडकर ( गायकांची नावे कुठल्याही विशिष्ट क्रमाने दिलेली नाहीत. ) |
| नाटक | - | मानापमान |
| राग / आधार राग | - | तिलक-शाम |
| ताल | - | त्रिवट |
| चाल | - | दु:खी मी जन्मले |
| गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत, स्फूर्ती गीत |
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मास्टर दीनानाथ