सूर तेच छेडिता
सूर तेच छेडिता गीत उमटले नवे
आज लाभले सखी सौख्य जे मला हवे
अबोल प्रीत बहरली, कळी हळूच उमलली
वेदना सुखावली हासली तुझ्यासवे
एकटा तरी स्मृती तुझ्याच या सभोवती
बोललो कसे किती शब्द शब्द आठवे
आज लाभले सखी सौख्य जे मला हवे
अबोल प्रीत बहरली, कळी हळूच उमलली
वेदना सुखावली हासली तुझ्यासवे
एकटा तरी स्मृती तुझ्याच या सभोवती
बोललो कसे किती शब्द शब्द आठवे
गीत | - | मधुसूदन कालेलकर |
संगीत | - | एन्. दत्ता |
स्वर | - | महेंद्र कपूर |
चित्रपट | - | अपराध |
गीत प्रकार | - | चित्रगीत |