सुखकारिणी ही वार्ता
सुखकारिणी ही वार्ता । बहु मोद मजला देइ मना ।
अतिसुभग होइ घटना ती जी सुखवी सकलांसी ॥
कुलकीर्तिभाग्यें तुल्य जनांचे । सुविवाह होती शुभकारि ॥
अतिसुभग होइ घटना ती जी सुखवी सकलांसी ॥
कुलकीर्तिभाग्यें तुल्य जनांचे । सुविवाह होती शुभकारि ॥
| गीत | - | ना. सी. फडके |
| संगीत | - | केशवराव भोळे, हिराबाई बडोदेकर, सुरेशबाबू माने, सवाई गंधर्व |
| स्वर | - | सुरेशबाबू माने |
| नाटक | - | युगान्तर |
| राग / आधार राग | - | शुद्ध सारंग |
| ताल | - | त्रिताल |
| गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |
| सुभग | - | दैवी / सुंदर. |
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सुरेशबाबू माने