सुखवितो मधुमास हा
सुखवितो मधुमास हा
मज दावितो नव आस हा ॥
दाह होता विफलतेचा
गूढ माझ्या जीवनीं
यामिनीच्या तमविनाशा
लाभते सौदामिनी
काय दैव-विलास हा ॥
मज दावितो नव आस हा ॥
दाह होता विफलतेचा
गूढ माझ्या जीवनीं
यामिनीच्या तमविनाशा
लाभते सौदामिनी
काय दैव-विलास हा ॥
गीत | - | यशवंत देव |
संगीत | - | यशवंत देव |
स्वर | - | प्रसाद सावकार |
नाटक | - | घनश्याम नयनीं आला |
गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |
तम | - | अंधकार. |
यामिनी | - | रात्र. |
सौदामिनी | - | वीज. |