सूर आनंदघन
सूर आनंदघन;
सूर ओंकारधन
सूर संवेदना, सूर ही चेतना,
सूर ही साधना, सूर आराधना;
सूर आनंदवन
धर्म हे, वंश हे, देश, भाषा किती
सर्व सीमा सहज सूर ओलांडिती
सूर करी मुक्त मन
मुक्तीच्या मंदिरी सूर ही देवता,
सूर तिमिरात या दीप हो तेवता
सूर तेजोभवन
सूर संवेदना, सूर ही चेतना,
सूर ही साधना, सूर आराधना;
सूर आनंदवन
धर्म हे, वंश हे, देश, भाषा किती
सर्व सीमा सहज सूर ओलांडिती
सूर करी मुक्त मन
मुक्तीच्या मंदिरी सूर ही देवता,
सूर तिमिरात या दीप हो तेवता
सूर तेजोभवन
गीत | - | मंगेश पाडगांवकर |
संगीत | - | विनय राजवाडे |
स्वर | - | मंदार आपटे, प्रीती निमकर, प्रिया निमकर, अनघा ढोमसे, विनय राजवाडे |
अल्बम | - | सूर आनंदघन |
गीत प्रकार | - | भावगीत |
चेतना | - | जीवनशक्ती / अंत:प्रेरणा / स्फूर्ती / ऊर्जा. |