सूर येती विरुन जाती
सूर येती, विरुन जाती
कंपने वार्यावरी, हृदयावरी
या स्वरांचा कोण स्वामी? की विदेही गीत हे?
हाय अनोखी ही आलापी कवळिते मजला उरी
बंधनी आहे तरीही मुक्त झालो आज मी
पंख झालो या स्वरांचे विहरलो मेघांतरी
कंपने वार्यावरी, हृदयावरी
या स्वरांचा कोण स्वामी? की विदेही गीत हे?
हाय अनोखी ही आलापी कवळिते मजला उरी
बंधनी आहे तरीही मुक्त झालो आज मी
पंख झालो या स्वरांचे विहरलो मेघांतरी
गीत | - | शान्ता शेळके |
संगीत | - | पं. हृदयनाथ मंगेशकर |
स्वराविष्कार | - | ∙ लता मंगेशकर, पं. सत्यशील देशपांडे ∙ पं. हृदयनाथ मंगेशकर, लता मंगेशकर ( गायकांची नावे कुठल्याही विशिष्ट क्रमाने दिलेली नाहीत. ) |
चित्रपट | - | हे गीत जीवनाचे |
गीत प्रकार | - | चित्रगीत, युगुलगीत |
Print option will come back soon