ललना कुसुम कोमला
ललना कुसुम कोमला । होई अकारण हृदयी व्याकुळ
साहिल का कधि ऐशा कृतिला ॥
जन्मजन्मांतरी धरुनि जी आस अंतरी ।
जीवन कटु हें मधुर मानिती । मातृहृदया ना तुला ॥
साहिल का कधि ऐशा कृतिला ॥
जन्मजन्मांतरी धरुनि जी आस अंतरी ।
जीवन कटु हें मधुर मानिती । मातृहृदया ना तुला ॥
गीत | - | मो. ग. रांगणेकर |
संगीत | - | श्रीधर पार्सेकर |
स्वर | - | पु. ल. देशपांडे |
नाटक | - | संगीत वहिनी |
गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |