तेजोमया हे चिन्मया
तेजोमया हे चिन्मया
उजळून या तिमिरात या
नैराश्य हे जावो दुरी
नवचेतना उगवो उरी
विकसून या कुसुमांत या
किराणांमध्ये बुडू दे मला
मनमोकळे उडू दे मला
विहगांपरी गगनात या
ज्योतिर्मया सृष्टी नवी
बघण्यास द्या दृष्टी नवी
नव सूर्य व्हा हृदयात या
उजळून या तिमिरात या
नैराश्य हे जावो दुरी
नवचेतना उगवो उरी
विकसून या कुसुमांत या
किराणांमध्ये बुडू दे मला
मनमोकळे उडू दे मला
विहगांपरी गगनात या
ज्योतिर्मया सृष्टी नवी
बघण्यास द्या दृष्टी नवी
नव सूर्य व्हा हृदयात या
गीत | - | मंगेश पाडगांवकर |
संगीत | - | श्रीनिवास खळे |
स्वर | - | वीणा सहस्रबुद्धे |
गीत प्रकार | - | प्रार्थना |
चिन्मय | - | चैतन्यमूर्ती / शुध्द ज्ञानाने, बुद्धीने (ईश्वर, ब्रह्म) युक्त. |
विहंग | - | विहग, पक्षी. |