या भवनातिल गीत पुराणे
या भवनातिल गीत पुराणे
मवाळ, हळवे सूर
जाऊ द्या आज येथुनी दूर
भावभक्तिची भावुक गाथा
पराभूत हो नमविल माथा
नवे सूर अन् नवे तराणे
हवा नवा तो नूर
जाऊ द्या दूर जुने ते सूर
मवाळ, हळवे सूर
जाऊ द्या आज येथुनी दूर
भावभक्तिची भावुक गाथा
पराभूत हो नमविल माथा
नवे सूर अन् नवे तराणे
हवा नवा तो नूर
जाऊ द्या दूर जुने ते सूर
गीत | - | पुरुषोत्तम दारव्हेकर |
संगीत | - | पं. जितेंद्र अभिषेकी |
स्वराविष्कार | - | ∙ पं. वसंतराव देशपांडे ∙ पं. राम देशपांडे ( गायकांची नावे कुठल्याही विशिष्ट क्रमाने दिलेली नाहीत. ) |
नाटक | - | कट्यार काळजात घुसली |
राग | - | बिहागडा |
गीत प्रकार | - | नमन नटवरा |