असार पसारा
असार पसारा शून्य संसार सारा ।
हा प्रभुराजा जिवासि एक निवारा ॥
मज निरोप द्यावा ठेवुनि प्रेमभावा ।
सकल चरणिं माझा हा नमस्कार घ्यावा ॥
सफल जनन झाले, सेविलें सौख्य सारा ।
प्रभु चरण विलीना जाहली आज मीरा ॥
हा प्रभुराजा जिवासि एक निवारा ॥
मज निरोप द्यावा ठेवुनि प्रेमभावा ।
सकल चरणिं माझा हा नमस्कार घ्यावा ॥
सफल जनन झाले, सेविलें सौख्य सारा ।
प्रभु चरण विलीना जाहली आज मीरा ॥
गीत | - | स. अ. शुक्ल |
संगीत | - | हिराबाई बडोदेकर, केशवराव भोळे, सुरेशबाबू माने, सवाई गंधर्व |
स्वर | - | हिराबाई बडोदेकर |
नाटक | - | संगीत साध्वी मीराबाई |
राग | - | भैरवी |
ताल | - | दादरा |
गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |
असार | - | नीरस / निष्फळ / पोकळ / नि:सत्त्व. |