नसे जित पहा सेनानी
नसे जित पहा । सेनानी । अबल तो । म्हणुनी हा ॥
सबल परि ना राष्ट्रचि म्हणुनि अपजयी हा ॥
सबल परि ना राष्ट्रचि म्हणुनि अपजयी हा ॥
गीत | - | स्वातंत्र्यवीर सावरकर |
संगीत | - | वझेबुवा |
स्वराविष्कार | - | ∙ मास्टर दीनानाथ ∙ पं. वसंतराव देशपांडे ( गायकांची नावे कुठल्याही विशिष्ट क्रमाने दिलेली नाहीत. ) |
नाटक | - | सन्यस्त खड्ग |
चाल | - | रे कहां जा निसार |
गीत प्रकार | - | नमन नटवरा |
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